सावन

भीगी है धरती ,भीना है मौसम ,
चारो तरफ एक उन्माद सा है ,
मौसम की करवट से आलम सजा है ,
वो पंछी को देखो उस बन्दे  को देखो,
वो चीटियों के बनते कतारों को देखो ,
सभी अपने धुन में चले जा रहे है ,
तराना ख़ुशी के सजाते हुए ,
लोग सावन के आने से खुश हो रहे हैं /


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