हिम्मत अब पस्त हो रही है!! August 02, 2013 Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps रात की ठंढक खो रही है… बिस्तर की सिलवटे रो रहीं हैं … बेचैनी में रात कट रही है… दिन की गर्माहट गुम हो रही है… गौर से मेहसूस किया … दिल धडकना छोड़ रहा है… इन्तजार दफ्न हो रही है… अकेले रह जाएंगे सोचकर … हिम्मत अब पस्त हो रही है। Comments
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